कल
तुम को जब देखा
तो एहसास हुआ
उम्र ने तुम को और भी
सजा दिया है
तो एहसास हुआ
उम्र ने तुम को और भी
सजा दिया है
वो
तुम्हारे बालों में
जो चाँदी की लकीरें है
मानो, तुम्हारे लिए ही बनी हो
जो चाँदी की लकीरें है
मानो, तुम्हारे लिए ही बनी हो
वो
तुम्हारे चेहरे की लकीरें
मानो, हमारे प्यार की
दास्तान बता रहीं हो
मानो, हमारे प्यार की
दास्तान बता रहीं हो
वो
तुम्हारा
पलकों
की ओट से
मुझे चोरी से देखना
आज भी मुझे तुम्हारी तरफ
वैसे ही खींच रहा था
वो
तुम्हारा
भरा-भरा बदन
आज भी मुझे
आलिंगन को तरसा रहा था
तुम्हें
एतराज़ जो न हो
ज़माने की कहानी छोड़
अब अपनी कहानी लिख लें
तुम और मैं
हम हो जाएँ
जो बचा है उसे
साथ गुज़ार लें
मुझे चोरी से देखना
आज भी मुझे तुम्हारी तरफ
वैसे ही खींच रहा था
भरा-भरा बदन
आज भी मुझे
आलिंगन को तरसा रहा था
ज़माने की कहानी छोड़
अब अपनी कहानी लिख लें
तुम और मैं
हम हो जाएँ
जो बचा है उसे
साथ गुज़ार लें
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