आवारा सा दिल मेरा, बस उड़ने को करता रहता है
एक डाल से दूसरी डाल
न जाने किस डाल पर बसेरा हो
आवारा सा दिल मेरा
बस यही सोचता है
आवारा सा दिल मेरा
अपना जहां ढूढ़ता है
नादान है
बेवहफा जहां में वफ़ा ढूढ़ता है
आवारा सा दिल मेरा
कोई अपना ढूढ़ता है
आवारा सा दिल मेरा
खुद को ही खुद ढूढ़ता है
आवारा सा दिल मेरा
भूला बैठा है की
वो बेजोड़ है
उसका कोई जोड़ नहीं ही
आवारा सा दिल मेरा
ना जाने क्या ढूढ़ता है
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