तुझे दिल में बसा तो ले,
पर कहीं तू भी बेवफा ना निकले,
दिल को गुमान सा होता है अब तो .
खुद को तुम्हारे हवाले कर तो दें ,
पर कहीं तू भी साथ चलते-चलते ,
आधे रस्ते से रास्ता बदल न ले,
दिल को गुमान सा होता है अब तो .
तुम्हारे इंतज़ार में ये उम्र गुज़ार तो दे,
पर कहीं रास्ते में ही,
ज़िन्दगी के गम हमसे जीत ना जाये ,
अब तो यही डर लगा रहता है हमको.
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