गुरुवार, 12 जुलाई 2012

हम है.......

हमने कहा चलो यही थम जाएँ ,
तुमने कहा, अभी तो चले है.
 
हमने कहा यह रास्ता ख़राब  है 
तुमने कहा रास्ता बना लेंगें, डर किस बात का है.
 
हमने कहा हम और तन्हाँ हो जायेंगें,
तुमने कहा हम हर पल अपना एहसास दिलाएंगे.
 
हमने कहा जाने दो हमको,
तुमने कहा बड़ी मुद्दत के बाद मिले हो,
अब कहाँ
जाओगे .
 
हमने कहा तो तुमने ना माना,
अब हम रास्ते पर
  तन्हां   है,
 
और तुम, तुम न जाने कहाँ खो गए हो.
ना तुमसे कोई शिकायत है, 
ना तुमसे कोई शिकवा है,
बस यही डर है,कहीं फिर से तुम,
फिर से छोड़ कर जाने के लिए ना आ जाओ.

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