शनिवार, 17 सितंबर 2022

मुखौटा - The Mask - Part 2

 Part 1: https://tejinderkkaur.blogspot.com/2022/09/kahani.html

Part 2

"मिली क्या सुजाता" सुजाता की माँ ने नीमा को फ़ोन पर पुछा.

"नहीं, अभी नहीं, शायद वो कुमार के घर गयी है, क्यूंकि दोनों ऑफिस  में नहीं है" नीमा ने चिंता जताते बोला.

"हाँ, वो कुमार के घर ही गयी होगी, तुम्हें अगर वो मिल जाये तो उसके पास मत जाना, दूर ही रहना" माँ ने नीमा से कहा .

"आंटी, दिख रही है वो, वो वहां है, और वहां कुमार भी है" नीमा ने उत्साह पूर्वक कहा .

"नीमा, मेरी बात धयान से सुनो, फ़ोन मत काटना, सुजाता और कुमार के पास मत जाना, आज उसे सच जान लेने दो, एक बार उसे भी धोखा क्या होता, इसका पता चलना चाहिए" माँ ने कहा .

"आंटी, प्लीज, आपको पता है सुजाता बहुत जल्दी उत्सुक्त हो जाती है, और फिर बेहोश भी हो सकती है" नीमा ने कहा. 

नीमा, फ़ोन बंद करती, पर सुजाता माता जी ने जो बोला उसके बाद, उसके होश उड़ गए,"क्या कह रहीं हैं आप, ऐसा कैसे हो सकता, नहीं-नहीं, कम से सुजाता मुझसे झूठ नहीं बोल सकती".

"नीमा, मैं उसकी माँ हूँ , उसके बारे में, मैं झूठ क्यों बोलूगीं, जाने दो उसे, इस बार, एक बार, एहसास तो होने दो उसे.

नीमा ने फ़ोन काट दिया और सुजाता और कुमार की तरफ बढ़ चली , पर एक कदम रखते की वापस लौट गयी, नीमा ने कसम खा ली, जब तक सुजाता माफ़ी नहीं मांगेगी वो उस से बात नहीं करेगी.

पर, सुजाता का पाप माफ़ी के काबिल भी नहीं था . 

कैसा मुखौटा पहन रखा है सुजाता ने, की, किसी को उस मुखोटे का पता भी न चला.



- 3 -

बचपन से सुजाता और नीमा साथ थी, नीमा ने उसका हमेशा साथ दिया, तब भी जब उसने शरद का दिल तोड़ा. 

शरद, सुजाता से बेहद प्यार करता था, सुजाता, नीमा और शरद तीनों सातवीं कक्षा से एक साथ थे, नीमा ने सुजाता का हर रंग में साथ दिया था नीमा ने सुजाता का गुस्सा और शरद के प्रति अपार प्रेम भी देखा था.

जब सुजाता ने शरद को छोड़ कुमार के साथ शादी करनी की बात कही तो भी नीमा ने सुजाता का ही साथ दिया था.

और आज जो सुजाता की माता जी बताया उसका वो विश्वास न कर पायी, सुजाता इतना गिर सकती है, नीमा को इसका ज़रा सा भी विश्वास न था 
सुजाता को सबसे माफ़ी मांगनी होगी, उसके बिना सुजाता के पास कोई और चारा न था. 

- 4 - 

"नीमा, कुमार ने मेरे साथ धोका किया है, शादी का वादा मुझसे किया और अपनी माँ के कहने पर किसी और से शादी कर रहा है, मुझे कह कर गया की course के लिए ऑस्ट्रेलिया जा रहा है, पर वहां गाँव जा कर किसी और से शादी की तैयारी कर रहा है" सुजाता ने आते ही सब एक सांस में बोल दिया.
"अरे ! ऐसा कैसे हो सकता है, मैं बात करती हूँ शरद से, अभी फ़ोन करती हूँ" नीमा ने कहा. 

"नहीं, नहीं, तुझे मेरी कसम, मत करना ऐसा, वो जाना चाहता है तो जाने दे उसे" सुजाता ने कहा .

"सुजाता, जब तुम्हारी गलती ही नहीं है तो डरना कैसा, मुझे एक बार बात तो करने दे शरद से, चल कॉल करके हाल-चाल पूछने दे" नीमा ने सुजाता से कहा. 

"नहीं, प्लीज नहीं, जाने दे उसे, वो किसी और का होना चाहता है तो जाने दे उसे" सुजाता ने कहा.

नीमा अपने ख्यालों में खोयी हुई थी, उसे शरद के ऑस्ट्रेलिया जाने की बात से ले कर सब बातें याद आ रही थी, आखिर ऐसी क्या बात थी, सुजाता ने शरद को धोखा क्यों दिया, इतने में उसे चिलाने की आवाज़ आयी, जा कर देखा तो सुजाता के कपडे जगह-जगह से फटे हुए थे.

 "नीमा, अच्छा हुआ तू आ गयी, ये कुमार, मेरी भावनाओं से खेलने के बाद मेरी इज़्ज़त  से भी खेलना चाहता है, अच्छा हुआ तू आ गयी और तूने मुझे बचा लिया" सुजाता बोलते हुए नीमा के पीछे जा खड़ी हो गयी.

नीमा ने एक नज़र सुजाता को देखा और वो कुमार की तरफ मुड़ कर बोली,"क्यों किया तुमने ऐसा, बोलो कुमार, आज सारे जवाब देने होंगें".

"हां, पुलिस को बुलाओ और डंडे पड़ेगें तो सब बता देगा, "ऐसे आदमी का ऐसा ही हशर होना चाहिए" सुजाता बोलती जा रही थी,"नीमा, पूछ इस से क्यों किया इसने ऐसा, मेरे और मेरी भावनाओं के साथ क्यों खेल रहा है ये".

"हाँ, आज सारे सवालों के जवाब मिल जायेगें, कुमार तुम्हें, मुझे और शरद को भी, है न सुजाता, आज तुम्हें हम सबको जवाब देना होगा" नीमा ने सुजाता की देखते बोला.

"मैं, मैं क्यों जवाब दूंगीं किसी को, और ये शरद, शरद कौन है, मैं नहीं जानती किसी शरद को, मेरा प्यार तो कुमार है, पर इसने........" सुजाता बोलती ही जा रही थी. 

"सुजाता, तुम्हें आज सबके सवालों के जवाब देने ही होंगें" सुजाता की माँ भी वहां आ पहुंची और सब सुजाता की और ही देख रहे थे,"तुम्हारा मुखौटा आज हम सब के सामने उतर कर ही रहेगा" !

"नहीं, मैंने कुछ नहीं किया, सब मुझे तंग करते रहे, मैंने कुछ नहीं किया" सुजाता मुँह छुपाने लगी .....

                                     ..... to be continued 

#hindiblog
#orignalstory
#hindi
#ekkahani

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें