दिवानों को कोई नाम न दो
बस एक नज़र और सलाम ही काफी है
मोहब्बत की मिसाल बना देते हैं वो
जिनकी ज़िंदगी में बस मोहब्बत ही काफी है
'हिंदी कवितायेँ 'और कुछ 'हिंदी कहानियाँ' सपनो में गुज़र रही है ज़िन्दगी, ख्यालो में बना रखा है हमने अपना घर, दिल की बात को शब्दों की माला में पिरोते रहना, बस इतना ही बना रखा है हमने अपना दायरा, जीने के लिए बस जो ज़रूरी है उतने में ही समेट रखा है हमने अपना जहां। 'Hindi Poems' and some 'Hindi Stories'
दिवानों को कोई नाम न दो
बस एक नज़र और सलाम ही काफी है
मोहब्बत की मिसाल बना देते हैं वो
जिनकी ज़िंदगी में बस मोहब्बत ही काफी है
💖💗💕
अपना
बनाने पर
लम्हों से अल्फ़ाज़ छीन
लेती है
और बेगाना कर देने पर
हर लम्हे को
अल्फ़ाज़ दे जाती है
| |
मैं
मोहब्बत के वादे भूलने लगा हूँ कुछ–कुछ गर
तुम्हें याद रहे हों तो
वही याद करवाने आ
जाना मैं
अपने टुकड़े न जाने कहाँ छोड़ आया हूँ गर
तुम्हारे पास हों तो
वही लौटाने आ
जाना। बहाने
बहुत हैं तुमको
बुलाने के पर
तुम्हारा बहाना क्या
है न आने का— बस
वही बताने एक
बार तो बस आ
जाना |
| एक
अजीब-सी उलझन है, क्या मैं खुद से अनजान हूँ या अनजान हैं सब मुझसे? एक अजीब-सा ख़याल है, कि मैं नाराज़ हूँ खुद से या सब नाराज़ हैं मुझसे? एक अजीब-सा एहसास है, कि मैं खुद से तन्हा हूँ या किसी की बेरुखी सबसे तन्हा कर गयी मुझे |