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शनिवार, 29 अप्रैल 2023

तोतों के बारे में रोचक तथ्य


अपने प्यारे और शरारती व्यक्तित्व के साथ, पक्षी दुनिया में तोते बाहर खड़े हैं.
ये जीवंत पक्षी सिर्फ एक सुंदर चेहरे से कहीं अधिक हैं; वे जीवंत, बुद्धिमान, मिलनसार और लंबे समय तक जीवित प्राणी हैं.

ये रंगीन पक्षी न केवल सुंदर हैं, बल्कि स्मार्ट, मिलनसार और लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं। दुनिया में कई तरह के तोते हैं, लेकिन दुख की बात है कि उनमें बहुत से गायब होने की कगार पर हैं .
 
KAKAPO Parrot

तोतों के बारे में कुछ रोचक तथ्य हैं:
 
★ तोते उन आवाजों की नकल करते हैं जो वे सुनते हैं ताकि वे अपने वातावरण में फिट हो सकें. वे लोगों की तरह नहीं गा सकते हैं, लेकिन वे दरवाजे की घंटी या कुत्ते के भौंकने जैसी आवाज निकालने के लिए अपने गले की मांसपेशियों को एक विशेष तरीके से हिला सकते हैं.
★★ तोते जल्दी और प्रभावी तरीके से सीखते हैं. वे वस्तुओं और स्थितियों के साथ शब्दों का संबंध बना सकते हैं और समस्याओं को हल करने के लिए उपकरणों का भी उपयोग कर सकते हैं.

★★★ जितना बड़ा तोता  होता है, उसकी उम्र उतनी लंबी होती है. उदाहरण के लिए, अफ्रीकी ग्रेतोते 60 साल से भी ज्यादा जीवित रहते है. Macaws तोते आमतौर पर 25 से 50  साल के बीच जीवित रहते हैं. पालतू तोते वन्य तोतों से अधिक देर तक जीवित रहते हैं क्योंकि उन्हें कम शिकारियों और बीमारियों का सामना करना पड़ता है. पालतू तोते जंगली तोतों से अधिक जीवित रहते हैं क्योंकि उन्हें कम खतरे और बीमारियों का सामना करना पड़ता है.

★★★★ जब एक नर और मादा तोते की जोड़ी बनती है, तो वे आम तौर पर एक साथ रहते हैं. यहां तक कि जब प्रजनन का मौसम खत्म हो जाता है, तोते मोनोगैमी का अभ्यास करते हैं. वे ज्यादातर समय एक साथ भोजन करते हैं, और एक साथ सोते हैं. एक बार साथी को ढूढ़ लेते हैं तो मरते दम तक उसी के साथ रहते हैं.


★★★★★ तोते ही एकमात्र पक्षी प्रजाति हैं जो अपने पैरों से खा सकते हैं.  वे अपने भोजन को एक पैर से पकड़ सकते हैं और उस पर कुतरने के लिए अपनी चोंच तक ले जा सकते हैं. यह तब होता है क्योंकि तोतों के पैरों में ज्योडोगैक्टिल ( zygodactyl) फीट होते हैंमतबलब की उनके प्रत्येक पैर पर चार उंगलियां होती हैं, दो आगे की ओर और दो पीछे की ओर.


★★★★★★ तोते की चोंच घुमावदार और मजबूत होती है, जिसका ऊपर का हिस्सा नीचे से बड़ा होता है, सबसे बड़े मकावों की चोंच इतनी शक्तिशाली होती है कि, वे ब्राजील अखरोट को कुचल सकते हैं और यहां तक कि खुले धातु के पिंजरों को भी तोड़ सकते हैं.

★★★★★★★  काकपो तोते: यह सबसे बड़ा प्रकार का तोता है, जिसका वजन 9 पाउंड तक होता है और यह 2 फीट से अधिक लंबा होता है. यह एकमात्र निशाचर तोता भी है, इस तथ्य के कारण कि यह रात में अधिक आसानी से शिकार से बच सकता है. दुर्भाग्य से, काकापो अब सबसे लुप्तप्राय पक्षियों में से एक है.

✋ pandemonium एक तोतों का समूह होता है - एक ऐसे तोतों के समूह होते हैं जो बहुत ही बातूनी तोते होते हैं, वह बहुत ही शोर करने वाले होते हैं, इसलिए इन्हें बातूनी कहते हैं.


शनिवार, 18 फ़रवरी 2023

क्या प्रेम इतना आसान है

 मैंने एक फूलदार पौधा लगाने के एक बीज लगाया आज ...




क्या होगा उसका, मुझे नहीं पता...
पर जो मेरी सोच से होना चाहिए, वो मेरी सोच के हिसाब से खूबसूरत सा है ...
पर, फूलदार पौधे को किसी पहचान की ज़रुरत ही कहाँ है, फूलदार पौधा तो बस खूबसूरत है तो है, बस ...
और हाँ फूल-दार पौधा खूबसूरत है ये जग जाहिर है, सब जानते हैं...
पर फिर भी, मैंने आज एक फूल-दार पौधे को उगाने की शुरुआत की है और बस मेरी सोच के घोड़े दौड़ने लगे की आखिर उस छोटे से पौध से या बीज से एक फूल-दार सुन्दर पौधा कैसे निकलेगा ...
तो, मेरी सोच कहती है...
की आज जो मैंने पौध या बीज लगाया है, मैंने उस पर थोड़ा सा जड़ उगाने में मदद करने वाला पाउडर भी लगा दिया है ...
अकेला पौध या बीज शायद फूलदार पौधे की नीव न रख पाता पर जो पाउडर है वो मदद कर देगा शायद क्यूंकि 
फूल-दार पौधा लगाना कोई बच्चों का खेल नहीं है... 

ज्यादा तर पौध या बीज़ सड़ जाते है... 
शायद उनकी कोमलता मिटटी, हवा और पानी समझ नहीं पाती ...
बहुत मुश्किल है ये समझना की मुझे क्या चाहिए तो मैं ये कैसे समझ लूँ की किसी और को क्या चाहिए...
हाँ, पर दूसरों की प्रॉब्लम आसान लगती है तो राय देने में क्या है...

सो, वापस पौध या बीज पर आतें हैं ...
मैं ये मान कर चल रही हूँ की मेरा लगाया पौध या बीज जो है उसकी कोमलता मिटटी, हवा और पानी समझ लेंगें... 
और फिर शुरुवात होगी एक और प्लेटोनिक प्रेम की...
प्लेटोनिक प्रेम जो कोई नहीं समझ पाया ...
प्लेटोनिक प्रेम जो जिस्मों और दुनिया से परे है...
प्लेटोनिक प्रेम रूहों का प्रेम है, जो नस नस में बस  जाता है ...
मेरा पौध या बीज आज मिटटी के साथ मिल कर और हवा और पानी की के बनाये प्रेम-पूर्वक वातावरण में एक कोमलता को जनम देगा ...

और सफलतापूर्वक उस में से दो कोमल सी पत्तियां निकलेंगी, जो इस बेरहम जहाँ की बेरहम प्रदूषण से लड़ते हुए, एक नयी दुनिया सी बनायेंगें, जिसमें कोमल कलियों को ढाक्ने वाले पत्ते निकालेंगे और कलियों के खिलते ही पीछे हो उन्हें उड़ने का मौका देंगें ...
कलियों के जवान होते ही, पत्ते उन्हें नियम पूर्वक उड़ने या खिलने का मौका देते हैं ...
और फिर प्रेम का रंग निखर जाता है 
और, रंगीन फूल हर और अपना प्रेम बिखेर देता है
और फिर प्रेम का रंग निखर जाता है 
और, रंगीन फूल हर और अपना प्रेम बिखेर देता है

पर, मैंने जो पौध लगाया है, के उसका प्रेम भी इसी तरहं ही बिखरेगा... 
क्या प्रेम इतना आसान है मिल जाना 💕💕💕

#प्रेम 
#फ़रवरी 

शनिवार, 28 जनवरी 2023

Lucky Charms - भाग्यशाली तंत्र

 

भाग्य को अपने पक्ष में रखने के मानव जाति के प्रयासों में किंवदंतियों और पवित्र ग्रंथों से खींचे गए सौभाग्य आकर्षण दुनिया भर में मौजूद हैं. हर संस्कृति और देश का अपने अलग भाग्य प्रतीक हैं, जिनके बारे में उनका मानना ​​है कि वह उन्हें भाग्य लाते है.

गुड लक charms दुनिया भर में पसंद किए जाते हैं, इसलिए नहीं कि वे वास्तव में ऐसे lucky charms की शक्ति पर भरोसा करते हैं, बल्कि इसलिए कि भाग्य की अवधारणा एक आकर्षक सांस्कृतिक परंपरा है जिसे अनदेखा करना मुश्किल हैं.

जैसे-जैसे संस्कृतियाँ विकसित और आत्मसात हुई हैं, ये सौभाग्य लाने वाले प्रतीक दुनिया के महाद्वीपों और दूर देशों तक भी पहुंच गए हैं. 

प्रत्येक गुड लक Charm के पीछे केवल एक अंधविश्वास या भय नहीं होता है, बल्कि आकर्षण की उत्पत्ति और जिस संस्कृति से वह आया है, उससे जुड़ा एक गहरा इतिहास होता है.

आप सौभाग्य में विश्वास करते हैं या नहीं, ये आकर्षण पूरे इतिहास में हमेशा से ही प्रचलित रहे हैं, क्या यह कारण पर्याप्त नहीं है आपको इनका संग्राहक करने के लिए ?

आइये कुछ ऐसे ही लकी चार्म्स के बार में जाने :


🐘 हाथी - भारत और थाईलैंड

सौभाग्य के प्रतीक के रूप में हाथी पूरे एशिया में आम हैं, लेकिन वे भारत और थाईलैंड में विशेष रूप से प्रमुख हैं. वे शक्ति, स्थिरता और ज्ञान का प्रतीक हैं. बहुत से लोग मानते हैं कि आपके दरवाजे के सामने हाथी का पुतला रखने से वह आपके घर में सौभाग्य लाएगा. आम धारणा यह है कि अच्छे भाग्य के लिए हाथी की सूंड ऊपर होनी चाहिए, और नीचे की और सूंड दुर्भाग्ये लाता है. 


🍀Four Leaf Clover : आयरलैंड

कथित तौर पर 10,000 में से 1 व्यक्ति को Four leaf Clover मिलने की संभावना होती है, यही वजह है कि इसे इतना भाग्यशाली माना जाता है. चार भुजाएँ विश्वास, आशा, भाग्य और प्रेम का प्रतीक हैं, और जो कोई भी इसे पाता है, तो ऐसा मन जाता है, की उसका भाग्य चमक जाता है. एक ईसाई किंवदंती का मन्नान है कि हव्वा को जब स्वर्ग से निकाल दिया गया तो उसने स्वर्ग की याद के लिए वहां से जाने से पहले एक क्लोवर को वहां से तोड़ लिया था.


🐎 घोड़े की नाल: संयुक्त राज्य अमेरिका

हालांकि संयुक्त राज्य अमेरिका में सौभाग्य के प्रतीक के रूप में घोड़े की नाल आम है, यह इस्लामी कला में भी पाया जा सकता है. मानना ​​है कि आपके दरवाजे पर घोड़े की नाल लटकाने से आपके घर की सुरक्षा और सौभाग्य की प्राप्ति होती है, कहा जाता है कि उलटी टांगी घोड़े की नाल बुरी आत्माओं को दूर भगाती है, इसे पहना या घर के आसपास रखा जा सकता .


🙏Laughing Buddha - भारत और थाईलैंड

Laughing Buddha खुशी और प्रचुरता का प्रतीक है क्योंकि लाफिंग बुद्धा कभी दुखी नहीं होता है. नतीजतन, बहुत से लोग इन्हें अपने घरों या व्यवसायों में आनंद और सौभाग्य के लिए लाते हैं.

माना जाता है कि लाफिंग बुद्धा 10वीं सदी के एक चीनी भिक्षु थे, जिनका नाम बुदाई था. लाफिंग बुद्धा की प्रतिमा हमें कृतज्ञ होने, बाधाओं को दूर करने और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जीवन में खुश रहने की याद दिलाती है. फेंगशुई परंपरा में, घर में लाफिंग बुद्धा खरीदने और रखने का कारण अपने जीवन में एक निश्चित असंतुलन को ठीक करना है. हालांकि यह फेंगशुई का एक प्रतीक है, वास्तु शास्त्र के चिकित्सकों ने भी घर में लाफिंग बुद्धा रखने के लिए प्रोत्साहित किया है, लाफिंग बुद्धा की समानता कुबेर (धन के देवता) से है. इसलिए, भारतीय इसे समृद्धि से जोड़ते हैं.

👀Nazars - तुर्की

अपने भी कभी न कभी अपने जीवन में को बुरी नज़र का अनुभव किया होगा - ईर्ष्या की वह शक्तिशाली नज़र जो कुछ संस्कृतियों का मानना ​​​​है कि आपके जीवन पर नुकसान या दुर्भाग्य ला सकती है. तुर्की संस्कृति में, "नज़र" "बुरी नज़र" के लिए एक और शब्द है और इसे दूर करने का एकमात्र तरीका "नज़र बोनकुअगू" का उपयोग करना है, जो एक आँख के आकार का कांच का ताबीज है. सबसे शक्तिशाली नज़रें अक्सर नीले रंग की होती थीं क्योंकि यह उस आकाश की नकल करती थी जहाँ देवता रहते थे और उनकी रक्षा करते थे. 
नज़र का कोई धार्मिक महत्व नहीं है. इस वजह से यह दुनिया भर के देशों में लोकप्रिय हो गया है.

#luckycham

#goodluck

शनिवार, 29 अक्तूबर 2022

भगवान् का प्रकाश

 भगवान् का प्रकाश या भगवान् की ओर से कोई संकेत, बहुत बार आस-पास की वस्तुओं को देख कर ऐसा कुछ ऐसा एहसास सा होता है की भगवान् हमें कुछ कहना चाह रहे हो, या कुछ संकेत दे रहें हो, खास तौर पर जब दिल उदास हो या किसी बहुत ज़रूरी काम के लिए जा रहें हो ............................

  


मन खुश हो तो लगता है सारा जहां मेरा है अब, मैंने दुःख को जीत लिया, और जब मन दुखी होता है तो ऐसा नज़ारा देख कर लगता है जैसे भगवान् कह रहे हो की कोई बात नहीं, बस थोड़ी देर और, फिर सब ठीक हो जायेगा.

मन भी अजीब है, ख़ुशी हो तो सारा जहां अपना बना देता है और दुखी हो तो खुद से भी बेगाना बना देता है. 

 छोटी-छोटी खुशियों में जो ख़ुशी खोज लेते हैं, बस वही खुश रह सकते, पर सबसे मुश्किल काम बस यही है.

कितनी भी किताबें पढ़ लो पर फिर जब खुद पर कोई बात लागू करनी हो तो सब भूल जाते हैं और बस अपनी मुश्किलें ही दिखाई देती है.  

पर इस सब से परे जीत अपनी ही होती हो, तो बहुत ही अच्छा लगता है, खुद पर ही विजय पाना बस यही जीवन जीने का रहस्य है, पर ये बात किसी दुसरे को समझनी बड़ी मुश्किल है, पर जब ये पता चलता है की सभी इस बात के सहारे ही जी रहे हैं तो मन बहुत ही खुश होता है.



रविवार, 13 मार्च 2022

बस वही - एक एहसास

 

एक और शनिवार की शाम :

Part 1 : https://tejinderkkaur.blogspot.com/2022/02/blog-post_26.html

सुरूर पुराने गानो का ! 

एक शनिवार की शाम और, वही एक एहसास जो मरता नहीं है, ज़रा सा आराम ज़हन को मिलता है और वो उड़ चलता है फिर उसी यादों के शहर की ओर। कितना कुछ है जो आज, अभी, इस वक़्त दुनिया में चल रहा है। कैसे आराम मिले मन को ? कैसे ज़हन से ये सब बातें निकालें।

क्या है जो इंसान हासिल करना चाहता है ?

क्या है जो अहिंसा और प्रेम नहीं जीता जा सकता ?

क्यों अपने को दूसरे से ऊपर साबित करना ?

अपने आप को प्रभावशाली साबित करने में कितनी जाने हम लेने को गलत नहीं समझते है ?

क्या किसकी जान की कोई कीमत ही नहीं है ?

प्यार का समय काम है जहाँ, लड़ते है लोग वहां कैसे..............




पर फिर वही, एक एहसास जो मरता नहीं।  इतना सब कुछ चल रहा है, फिर भी मन, मन तो मन है जो ज़रा सा आँखों आराम मिलते ही उड़ चलता है। उड़ चलता है प्रेम की दुनिया में, प्रीत की बाँहों में। कितने रंजो गम है दुनिया में, और ये दिल एक, दिल तो बस बच्चा है, जहाँ प्रीत मिलती है बस उसी और उड़ चलता। ज़रा सा प्रेम से देखने पर ही पिघल जाता है। हाथ मिलाओ तो गले लग जाता है।  प्रेम और प्रीत का भूखा है बस।  
दिल तो बच्चा है जी, थोड़ा कच्चा है जी ...................




एक एहसास है जो मरता नहीं। एक आदत सी हो गयी है, अपना ही विरोध करना, अपनी ही भावनाओं का विरोध करना, अपनी ही भावनाओं का एक दुसरे से लड़ते रहना। एक मन कहता है छोड़ो सबकी बस अपने मन की सुनो और एक मन कहता है दुनिया में रहना है तो दुनिया की सुननी पड़ेगी। असमंजस में ज़िन्दगी बीत जाती है। हमेशा कहीं दूर चले जाने का मन होता है। बस भाग जाने का मन होता है, पर भाग कर जाना कहाँ है पता ही नहीं। बस यही सोच कर रह जाते हैं की, भागना बेकार है, क्यूंकि किसी और से नहीं खुद से ही भागने का मन है। और खुद से भागना नामुमकिन है। शरीर ख़त्म हो जायेगा पर क्या मन मर जायेगा, क्या पता सच में हो की 'एक दुखी मन से अगर शरीर को त्याग दिया तो, हो सकता है आत्मा अगर अगला शरीर धारण करे तो वही दुखी मन से करे'। सच में, डर दुनिया का नहीं बल्कि डर खुद का है।  





#hindi #hindikahani #hindistory #hindiblog

शनिवार, 26 फ़रवरी 2022

तुम्हारे पास - एक एहसास

 

सुरूर हिंदी ६०,७० और ८० के दशक के गानो  का :


एक शनिवार की शाम थी और पूरा हफ्ता काम करने के बाद बहुत थका - थका सा महसूस हो रहा था, और बस :

रोती हैं आज हम पर तन्हाईयाँ हमारी 
रोती है आज हम पर तन्हाईयाँ हमारी 
वो भी न पाये शायद परछाईयाँ हमारी 
बढ़ते ही जा रहे हैं मायूसियों के साये 
लो आ गयी उनकी याद वो नहीं आए 🎵🎵🎵


तुम्हारा ख्याल आ गया, होंठ गुन-गुनाने लगे, मन का पंछी तुम्हारे पास उड़ चला, तुम न जाने मुझे याद करते भी हो या नहीं।   




एक एहसास सा है जो मरता नहीं। मन तो बहुत करता है तुमसे पूछने का, पर ये सोच कर की कॉल करने पर कहीं तुम ये न पूछ बैठो ....'तुम कौन, याद नहीं आ रहा' ..... हाथ फोन की तरफ बढ़ते ही नहीं। क्या पता तुम्हें, मैं याद भी हूँ की नहीं, तुमने नंबर तो बदल नहीं लिया, पर पर तुम, तुम भूले नहीं भूलते। मन का पंछी तुम्हारे पास उड़ जाने को करता हैं, पर कहाँ हो तुम, कहाँ ढूँढू तुमको, क्युंकि :


मौत भी आती नहीं आस भी जाती नहीं 
दिल को ये क्या हो गया, कोई शय भाति नहीं 
लूट कर मेरा जहाँ, छुप गए हो तुम कहाँ 
तुम न जाने किस जहाँ में खो गए 
हम भरी दुनिया में तन्हां हो गया 🎵🎵🎵




ज़िन्दगी का सवाल पीछा कब छोड़ता है, जब ज़िन्दगी में अपने मन की न कर पाएं, तो ज़िन्दगी के मायने क्या ?



क्यों है बेबस सी ज़िन्दगी,
क्यों है चाहत की कमी  
जो मिले उसी में गुज़र, 
क्यों कर लेते हैं
हम भी क्या हैं के बस यु ही बसर कर लेते हैं


किस बात पर जी रहे हैं, किसकी आस में चले जा रहे हैं, क्यों हर पल मन को मार कर होठों पर हसीं सी रखे रहते हैं। उम्र बढ़ती जा रही, पर एहसास को कहाँ उम्र के बढ़ने का अंदाज़ा है।  काया ढलने को है पर एक एहसास है जो अभी भी जवाँ-जवाँ से हैं।  तुम्हारी याद आते ही बदन में सर-सराहट सी होने लगती है, और मन तुम्हारे आग़ोश में खो जाने को करता है। और दिल से आह सी निकलती है :

मन है की जा बसा है, अनजान एक नगर में 
कुछ खोजता है पागल, खोई हुई डगर में 
तुम्हें याद करते-करते, जाएगी रैन सारी
तुम ले गए हो अपने, संग नींद भी हमारी
तुम्हें याद करते-करते...🎵🎵🎵




एक एहसास सा है जो मरता नहीं। तुम्हारी याद आते ही मन बच्चा सा हो जाता है। दौड़ कर तुम्हारे आग़ोश में समा जाने को कहता है। बच्चा सा मन तुम से लिपट जाना चाहता है। मन कहता है 'काश मैं सय्याद होता ओर तुम पंछी होते, दिल के पिंजरे में तुमको कैद करके रख लेते'। पर प्रेम है तो कैद भी नहीं किया जाता। पर खुला छोड़ देने का भी मन नहीं करता। डरता है मन की क्या मालूम तुम वापस आओ न आओ। 

..... फिर सोच आती है की कहीं ये मेरा बस, डर ही तो नहीं, एक बार तुमसे बात करलूं तो शायद तभी ये सब बातें खुल जाएँ। पर, कैसे, कैसे हो वो बात, कैसे मिले तुमसे, कैसे पूछे तुमसे, उफ़, क्या मजबूरी है, पुछा जाता नहीं, बताने की हिम्मत नहीं होती। ओर फिर मन से आह निकल आती है :







दिल को तेरी ही तमना, दिल को तुझसे ही प्यार
चाहे तू आए न आए, हूँ करेंगें इंतज़ार 
ये मेरा दीवाना पन है, या मोहब्बत का सुरूर 🎵🎵🎵




एक एहसास सा है जो मरता नहीं। न जाने कब से ये सुरूर चढ़ा हुआ है, तुम्हारे होने का एहसास दिल न जाने कब से लिए बैठा है। तुम आस-पास ही कहीं लगते हो। पर देखूं तो दिखते नहीं। मन कहता है तुम यही हो, मेरे पास। मन कहता है अभी वो पल आएगा जिसमें बस हम-तुम होंगें, सारे पल वहीँ सिमट जायेंगें, निगाहें, निगाहों में खो जायेंगीं, ये फ़िज़ा हम को अपने में छुपा लेगी। मन कहता है वो पल आने वाला जिसमें मौत का भी तुम्हारे ओर मेरे लिए कोई वजूद नहीं रह जायेगा। पर डरता है मन क्यूंकि ये एहसास है जो एहसास है वो बस एहसास ही तो है, न दिखाई देता है, न उसका कोई वजूद होता है। और फिर बस यही कहता है मन :

रात और दिन के ये दो चेहरे, कब तक पहनू कुछ तो कह रे 
कौन हूँ मैं, क्या हूँ, सच हूँ या साया हूँ 
आवारा ए मेरे दिल जाने कहाँ है तेरी मंज़िल 🎵🎵🎵

रविवार, 26 दिसंबर 2021

ज़िन्दगी - जो मिला अपना, जो नहीं मिला वो सपना

 

अजीब से मोड़ ! ज़िन्दगी के, हैरान कर देते है, कई सवाल है जो मन में उठते हैं, क्या करें और क्या न करे बस यही असमंजस सा रहता है। और बस इन्हीं सवालों में ज़िन्दगी बीत जाती है, किसी ने सच ही कहा है 'जब ज़िन्दगी समझ आने लगती है, तब तक उम्र ही बीत जाती है'। 

टूटा हुआ दिल, बिखरी हुई ज़िन्दगी दोनों मिल कर परेशान तो करते हैं और वो जो सवाल, कभी खुद से पूछे जाते थे उन सब प्रशनो के उत्तर भी मिलने लग जाते हैं। क्या यही ज़िन्दगी है, क्या सबके साथ यही होता है ?

आखिर मकसद क्या है ज़िन्दगी का? 

क्यों जीते रहते हैं ?

किस आस में दिन पर दिन गुज़र रहें हैं ?

और आस है, की टूटती भी नहीं। 

और, अब जब उम्र बीतने को आयी तो एहसास हुआ की, बे वजह इतनी सर खपाई करने की ज़रुरत ही नहीं थी, बस जीना ही था, दिन जैसे थे वैसे ही बीता देने थे, बस बात इतनी सी थी की, जो मिला वो अपना था, और जो नहीं मिला वो सपना था, और सपने, सच नहीं होते। 

पर जब तक ये समझ आया, तब तक उम्र ही बीत गयी थी। पर अब क्या, अभी भी तो है, कुछ साल अपने, उनको कैसे जीना है।  


कई बार जब में बड़े उम्र के लोगों को देखती थी तो उनके चेहरे पर एक अजीब सी शांति और ठहराव सा देख कर लगता था, 'क्या इनको तनाव का मतलब भी पता होगा? तनाव से कैसे लड़े होंगें ये लोग। 

अब समझ आता है, लड़े तो होंगें पर अब समझौता सा कर लिया है, और तनाव को अपने पर हावी नहीं होने देते। 

आईना देख कर लगता है, ये चाँदी सी लकीरें कहाँ से आयी हैं, कब बालों का अंधेरा, चांदनी सी रौशनी में बदल गया एहसास ही नहीं हुआ, पर गिनती करने पर एहसास होता है कितनी लम्बी ज़िदगी थी पर बस लगता है पलक झपकते बीत गई। 

क्यों इतनी जल्दी थी जीने की ? एक-एक पल जीना था, साल दर साल अपने मन की करनी थी, और प्यार करना था, पल-पल हंसना-हँसाना था। । 

कुछ युवाओं को देख कर लगता है की, इनको बता दूँ की जीवन को जी लो, खुल कर, पर फिर समझ आ जाता है की जाने दो, यही सब तो है ज़िन्दगी, गलती करो और सीखो और आगे बढ़ो। और जब हमें कोई बताये तो कैसा लगता है ?

तो, इस सब का सार यही है, जो है वो अपना है, जो नहीं मिला वो सब सपना ही समझो, और बस खुश रहो, तनाव बेकार है। 


शनिवार, 16 अक्तूबर 2021

खुशियां ही खुशियां Keep Smiling

 



रिश्ते और उनकी बातें या कहानियां बड़ी अजीब सी होती हैं।  बस एक शब्द, बस एक हाव-भाव रिश्तों की दिशा ही बदल देता है। और सबसे बढ़कर एक विषाक्त रिश्ता, हमारी सोच ही बदल देता है।  सोच ही नहीं बल्कि हमसे जुड़े रिश्तों और भविष्य में जुड़ने वाले रिश्तों का भी अर्थ ही बदल देता है।  बहुत मेहनत करनी होती है रिश्तों को सन्जो के रखने के लिए, पर एक बस एक शब्द रिश्तों में कड़वाहट या रिश्तों का सम्बन्ध बदलने के लिए काफी होते हैं।  

विष तो विष है, अपने व्यास में आने वाली हर वस्तु को वो विषैला कर देता है, और कहीं कोई इस विष के प्रभाव से परलोक नहीं सिधारा तो वो इस विष को अपनी आने वाली पीढ़ियों में भी बाँट देता है। 

'मेरे माँ-बाप ने मेरे लिए क्या छोड़ा, जो मैं छोड़ कर जाऊं' बस इतना ही है, जो मुझे नहीं मिला वो मैं, आगे दूंगा भी नहीं, सोच बस एक सोच ही तो है ये, और अगर मैं इस सोच को बदल दूँ तो ! गाँधी जी ने कहा था,'कोई एक गाल पर थपड़ मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो', पर मैं ये नहीं कह रही आप भी अपना दूसरा गाल आगे करो, बस इतना की कोई थपड़ मारे तो बात को ख़तम करने के लिए मुस्कुरा के वहां से चल दी जिए।  बात ख़तम तो हो ही जाएगी, पर जो ज़हर का पल था वो भी गुज़र जायेगा, और ये विष खुद ही तड़प कर मर जायेगा।  

विषैला व्यक्ति विष ही उगलेगा, सुबह घर से निकलने से पहले घर से गुस्सा नुमा कचरे की बोरी उठा कर निकलता है, फिर बस में बैठता है, वो कचरे की बोरी किसी और के सर मड दी, अब वो दूसरा व्यक्ति यही कचरे वाली बोरी किसी और के सर मड देता है, और बस विष बटने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, और यह चलते-चलते एक महामारी बन जाती है।  सोचा जाये तो अगर वो पहला व्यक्ति वो कचरे की बोरी नहीं उठता तो ये सब बटना-बटाना न होता।  और विष सब और न फैलता, बस वहीँ घुट कर मर जाता।  


सयम खुद पर होना बहुत ज़रूरी है, एक शोध के अनुसार हसीं और खुशी वाला व्यक्ति तनाव के माहौल को भी बदल देता है। इस शोध में एक व्यक्ति को लोगों से भरी बस में भेजा गया, और वो व्यक्ति अपने मोबइल पर ईरफ़ोन लगा कर कुछ देखते हुए बीच-बीच में हस्ता है, और उसे हस्ते हुए देख पांच मिनट के अंदर-अंदर बस में बैठे सभी लोग भी हसने लग गए।  

दुःख अगर बांटने से कम होता है तो ख़ुशी बांटने से और बढ़ती ही है। खुश रहिये, खुशियां बाटें। Keep Smiling :)


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#हिंदी 

#खुशियां ही खुशियां